अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे है तो आपको स्टॉक एनालिसिस कैसे करें इसके बारे में पता होना चाहिए, अगर आप किसी भी कंपनी स्टॉक को एनालिसिस करना सीख जाते है तो इसकी मदद से आप एक अच्छी कंपनी के स्टॉक को खरीद पाएंगे एवं इससे आपको बहुत ही अच्छा मुनाफ़ा देखने के लिए मिल सकता है.

स्टॉक एनालिसिस कैसे करें

स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले आप जितना ज्यादा विश्लेषण करेंगे आपको उतने ही अच्छे परिणाम देखने के लिए मिल सकते है एवं इससे आप शेयर बाजार में होने वाले रिस्क को भी कम कर सकते है, अगर आप स्टॉक एनालिसिस से जुडी सटीक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो यह लेख आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होने वाला है.

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स्टॉक एनालिसिस क्या है

स्टॉक एनालिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग करके किसी भी स्टॉक से जुडी अधिकतम जानकारी इकठ्ठा की जाती है एवं यह जानकारी एक अच्छे स्टॉक को पहचानने में मदद करती है, स्टॉक एनालिसिस से निवेशक को यह पता चलता है की कौनसे स्टॉक में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है , स्टॉक एनालिसिस 2 प्रकार के होते है.

  • तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis)
  • मूल्य आधारित विश्लेषण (Fundamental Analysis)

स्टॉक मार्केट में यह दोनों विश्लेषण बहुत ही महत्वपूर्ण होते है एवं दोनों के अपने अलग अलग फायदे होते है, हम यहाँ इन दोनों एनालिसिस के बारे में विस्तृत रूप जानेंगे.

Technical Analysis

तकनीकी विश्लेषण में निवेशक किसी भी स्टॉक की मूल्यात्मक और वॉल्यूम डेटा का उपयोग करके स्टॉक की जानकारी इकठ्ठा करते है, इसमें चार्ट्स, पैटर्न और ट्रेंड्स आदि का विश्लेषण किया जाता है, यह तरीका अधिकतर शॉर्ट-टर्म निवेशकों द्वारा उपयोग किया जाता है, तकनीकी विश्लेषण के लिए आप निम्न तरीके अपना सकते है.

Chart Patterns

चार्ट पैटर्न बाजार के ट्रेंड को पहचानने में मदद करता है एवं इसकी मदद से आप यह अंदाजा लगा सकते है की भविष्य में स्टॉक की कीमत बढ़ने की संभवना ज्यादा है या घटने की संभावना ज्यादा है, यह पैटर्न आपको मूल्य का ऐतिहासिक डेटा दर्शाते है, हम आपको कुछ उपयोगी चार्ट पैटर्न बता रहे है जो मार्केट को समझने में मददगार साबित हो सकते है.

  • हेड एंड शोल्डर (Head and Shoulders)
  • डबल टॉप (Double Top)
  • डबल बॉटम (Double Bottom)

Moving Averages

यह एक औसत मूल्य होता है जो समय के साथ बदलता रहता है, मूविंग एवरेज मार्केट के ट्रेंड को पहचानने में मदद करता है, अगर कैंडल मूविंग एवरेज के ऊपर बनती है तो यह मार्केट में तेजी का संकेत देती है एवं अगर कैंडल मूविंग एवरेज के निचे बनती है तो यह मार्केट में मंदी का संकेत हो सकता है, हम आपको सबसे भरोसेमंद मूविंग एवरेज के नाम बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.

  • सिम्पल मूविंग एवरेज (SMA)
  • एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA)

RSI

यह स्टॉक मार्केट का बहुत ही पावरफुल इंडिकेटर माना जाता है, यह ओवरबॉट और ओवरसोल्ड स्थितियों को पहचानने में मदद करता है, यह 0 से लेकर 100 के बिच में काम करता है, अगर RSI 70 से ऊपर है तो इसे ओवरबॉट माना जाता है और अगर RSI 30 से नीचे है तो इसे ओवरसोल्ड माना जाता है.

जब भी RSI 70 से ऊपर जाता है तो यह स्टॉक की कीमत में गिरावट आने का संकेत देता है एवं जब RSI 30 के निचे आता है तो यह स्टॉक की कीमत बढ़ने के संकेत देता है, यह इंडिकेटर मार्केट के ट्रेंड को पहचानने में मददगार साबित हो सकता है.

MACD

यह भी एक लोकप्रिय इंडिकेटर माना जाता है जिसका उपयोग ट्रेंड रिवर्सल और ट्रेंड कन्फर्मेशन के लिए किया जाता है, यह इंडिकेटर 2 मूविंग एवरेज के बिच में अंतर को दर्शाता है जिससे मार्केट की ट्रेंड को पहचानने में मदद मिलती है, इस इंडिकेटर को ट्रेंड फॉलोइंग इंडिकेटर माना जाता है.

Fibonacci Retracement

कई निवेश इस इंडिकेटर का उपयोग सपोर्ट रेजिस्टेंस के रूप में भी करते है, यह इंडिकेटर स्टॉक के पिछली उच्चतम और न्यूनतम कीमतों पर आधारित होता है, इस इंडिकेटर की मदद से आप यह पता लगा सकते है की स्टॉक की कीमत कहा तक बढ़ सकती है एवं कहाँ से रिवर्सल देखने के लिए मिल सकता है.

Volume

वॉल्यूम डेटा किसी भी स्टॉक की ट्रेडिंग गतिविधियों को मापने में मदद करता है, वॉल्यूम का विश्लेषण करके आप यह पता लगा सकते है की स्टॉक का मूवेमेंट मजबूत है या नहीं, किसी भी स्टॉक में वॉल्यूम जितना ज्यादा होगा वो स्टॉक उतना ही ज्यादा वोलेटाइल हो सकता है.

Trend Lines

ट्रेंड लाइन का उपयोग बाजार में किसी भी स्टॉक की ट्रेंड को पहचानें के लिए किया जाता है, अगर किसी स्टॉक की कीमत लगातार बढ़ रही है तो यह बुलिश ट्रेंड (bullish trend) दर्शाता है वही गिरावट वाले ट्रेंड को बियरिश (bearish trend) कहा जाता है, इसमें किसी भी स्टॉक के पिछले सपोर्ट या रेजिस्टेंट को टारगेट करते हुए ट्रेंड लाइन खिंची जाती है एवं इसकी मदद से स्टॉक के ट्रेंड को पहचाना जाता है.

Dynamic Support and Resistance

यह किसी भी स्टॉक के सपोर्ट और रेजिस्टेंस को पहचानने में मदद करता है, अगर स्टॉक सपोर्ट लाइन के पास है तो उस स्टॉक में तेजी आ सकती है, वही अगर स्टॉक रेजिस्टेंस लाइन के पास है तो उस स्टॉक में गिरावट आ सकती है, इस प्रकार से सपोर्ट और रेजिस्टेंस का उपयोग करके आप मार्केट की मूवेमेंट को पहचान सकते है.

Fundamental Analysis

फंडामेंटल एनालिसिस में किसी भी कंपनी की आंतरिक स्थिति, वित्तीय स्थिरता और भविष्य की संभावनाओं का विश्लेषण किया जाता है, यह लॉन्ग टर्म निवेशको के लिए अधिक फायदेमंद साबित होता है, फंडामेंटल एनालिसिस में निम्न बाते ध्यान में रखी जाती है.

Revenue and Profit

किसी भी कंपनी का प्रदर्शन देखने के लिए उसका राजस्व और लाभ देखना बहुत ही जरुरी है, अगर किसी ऐसी कंपनी का स्टॉक खरीदते है जिसकी आय स्थिर और उच्च है तो उस कंपनी के स्टॉक में आपको बहुत ही अच्छा रिटर्न मिल सकता है, अक्सर आय और लाभ नए निवेशको को काफी ज्यादा आकर्षित करते है.

P/E Ratio

P/E Ratio को Price to Earnings Ratio भी कहा जाता है, इसमें यह पता लगाया जाता है की किसी भी कंपनी के शेयर की कीमत उस कंपनी के शेयर के लाभ के मुकाबले कितनी है. इसका ज्यादा रेशिओ यह संकेत देता है की भविष्य में वो कंपनी अपने निवेशको को अधिक लाभ दे सकती है.

ROE

ROE का पूरा नाम Return on Equity होता है, इसमें कंपनी अपने शेयरधारको के निवेश पर कितना रिटर्न प्राप्त कर रही है इसकी जानकारी प्राप्त होती है, किसी भी स्टॉक में ROE का ज्यादा होना यह संकेत देता है की कंपनी अपने निवेशकों के पैसे को प्रभावी तरीके से इस्तेमाल कर रही है

Debt-to-Equity Ratio

यह कंपनी के कुल कर्ज और इक्विटी के अनुपात को दर्शाता है, किसी भी स्टॉक का Debt-to-Equity Ratio जितना ज्यादा होगा उस स्टॉक में उतना ही ज्यादा जोखिम होगा, वही कम Debt-to-Equity Ratio वाला स्टॉक अधिक सुरक्षित हो सकता है.

Earnings Growth Rate

यह आपको कंपनी की ग्रोथ दर्शाती है, किसी भी कंपनी की ग्रोथ रेट जितनी ज्यादा होगी उस कंपनी का स्टॉक उतना ही अच्छा होगा, ज्यादा ग्रोथ रेट कंपनी के लाभ में तेज से वृद्धि होने के संकेत देती है एवं इस प्रकार के स्टॉक में आपको अच्छा रिटर्न देखने के लिए मिल सकता है.

Operating Margin

इसमें कंपनी को संचालन गतिविधियों से कितना लाभ हो रहा है इसकी जानकारी प्राप्त होती है, किसी भी कंपनी का मार्जिन ज्यादा होने का अर्थ है की उस कंपनी की लागत कम है लेकिन उस कंपनी को मुनाफ़ा ज्यादा हो रहा है, इस प्रकार की कंपनी के स्टॉक अधिक मुनाफा दे सकते है.

Dividend Yield

Dividend Yield वह प्रतिशत होता है जो कंपनी अपने शेयरधारको को लाभांश के रूप में देती है, किसी भी कंपनी का Dividend Yield जितना ज्यादा होगा उस कंपनी के शेयरधारको को उतना ही ज्यादा रिटर्न प्राप्त हो सकता है.

Price-to-Book Ratio

इसे P/B Ratio के रूप में भी जाना जाता है, इसमें कंपनी के बाजार मूल्य (market value) और उसकी बुक वैल्यू (book value) के अनुपात को दर्शाता जाता है, अगर किसी स्टॉक का P/B Ratio 1 से कम है, तो स्टॉक को अंडरवैल्यूड (undervalued) माना जा सकता है.

Assets of the Company

इसमें कंपनी की कुल संपति के बारे में जानकारी इकठ्ठा की जाती है, Assets of the Company में कंपनी के नकद, भूमि, भवन, उपकरण आदि का मूल्यांकन किया जाता है एवं यह किसी भी कंपनी की वित्तीय स्थिति को पहचानने में मदद करती है.

Interest Coverage Ratio

इसके माध्यम से आप यह पता कर सकते है की कंपनी अपने ब्याज का भुगतान करने में कितनी सक्षम है, अगर किसी कंपनी का ब्याज कवरेज अनुपात ज्यादा है तो इसका अर्थ है की कंपनी के पास अपना ब्याज चुकाने के लिए पर्याप्त आय है.

Management of the Company

यह किसी भी कंपनी का बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व होता है जो कंपनी को सही दिशा में आगे बढाने में मदद करता है, किसी भी कंपनी का प्रबंधन जितना ज्यादा अच्छा होगा आपको उस कंपनी के स्टॉक में उतना ही अच्छा रिटर्न देखने के लिए मिल सकता है.

Company’s History

किसी भी कंपनी का स्टॉक खरीदने से पहले आपको उस कंपनी का इतिहास पता होना चाहिए, इससे कंपनी की स्थिरता, आय और सफलता के बारे में जानकारी प्राप्त होगी है, किसी भी कंपनी का इतिहास जितना ज्यादा अच्छा होगा आपको उस कंपनी में उतना ही ज्यादा रिटर्न मिल सकता है.

स्टॉक एनालिसिस टूल्स

हाल में इन्टरनेट पर कई तरह के ऑनलाइन टूल्स और वेबसाइट उपलब्ध है जहां पर आप किसी भी स्टॉक को एनालिसिस कर सकते है, हम आपको कुछ लोकप्रिय टूल्स और वेबसाइट के नाम बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.

इन वेबसाइट्स पर आप किसी भी स्टॉक के डेटा, चार्ट और अन्य महत्वपूर्ण आंतरिक विश्लेषण की जानकारी प्राप्त कर सकते है, यहाँ पर आपको सभी स्टॉक के बारे में निशुल्क प्राप्त हो जाएगी.

स्टॉक एनालिसिस करने के फायदे

अगर किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले उस स्टॉक को अच्छी तरह से एनालिसिस करते है तो इसके कई फायदे हो सकते है जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए, हम आपको इसके कुछ खास फायदे बता रहे है जो निम्न प्रकार से है,.

  • अच्छी कंपनी में निवेश -स्टॉक को अच्छी तरह से एनालिसिस करने पर आपको एक अच्छी कंपनी में निवेश करने का अवसर मिल सकता है एवं इससे आप सबसे बेहतरीन कंपनियों के स्टॉक्स को खरीद पायेंगे.
  • ज्यादा रिटर्न – अगर आप किसी भी स्टॉक को अच्छी तरह से एनालिसिस करने के बाद खरीदते है तो उसमे आपको बहुत ही ज्यादा रिटर्न देखने के लिए मिल सकता है एवं कई बार आपको अपने निवेश से कई गुना ज्यादा रिटर्न प्राप्त हो सकता है.
  • कम रिस्क – स्टॉक को एनालिसिस करके खरीदने पर आपका रिस्क कम होता है, अगर अच्छी तरह से स्टॉक को एनालिसिस करेंगे तो इससे आप एक अच्छे स्टॉक में निवेश कर पाएंगे जिससे आपको नुकसान होने की संभावना कम हो जाएगी.

इस तरीके से स्टॉक एनालिसिस करने के कई अलग अलग फायदे हो सकते है, अगर आप कम समय में ज्यादा रिटर्न प्राप्त करना चाहते है एवं अपने रिस्क को कम करना चाहते है तो ऐसे में स्टॉक एनालिसिस करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. 

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इस लेख में हमने आपको स्टॉक एनालिसिस कैसे करें इसके बारे में जानकारी प्रदान की है, अगर आपको स्टॉक एनालिसिस करने में किसी भी प्रकार की परेशानी हो रही है तो आप हमे कमेंट कर सकते है एवं जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें.

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Raghuveer Singh
मेरा नाम रघुवीर सिंह है एवं में भारतीय स्टॉक मार्केट का विशेषज्ञ हूँ, मुझे पिछले 8 वर्षो से भारतीय स्टॉक मार्केट का बहुत ही अच्छा अनुभव है, इस ब्लॉग पर में प्रत्येक जानकारी को पूर्ण सटीकता और विश्लेषण के साथ प्रदान करता हूँ.

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